पर्वत का मलवा
राह के पास गिरा पड़ा
बड़ी बड़ी चट्टानों का
पर्वत के चरणों में
शायद इसी वर्ष
बरसात में टूटा था
जो अनन्त काल से
खड़ा था उस उस पर्वत के साथ
जिसे कहते थे पर्वत
आज बन चुका मलवा चट्टानों का
शायद घिस घिस कर बह जाएगा
मिट्टी बनकर
इक दिन
राह पे चलते लोग अचानक
निकाल लेते हैं अपना मोबाईल
उस दृश्य को देखकर
और हो जाते हैं व्यस्त
वहां फोटो खींचवाने में
उस मलबे की पृष्टभूमि में
बिना पृष्ठभूमि को पहचाने।
.....मिलाप सिंह भरमौरी