देखो
कुदरत के कहर को
आज हमने हरा दिया है।
फोनी तेरे गुस्से को
फन्नी बना दिया है।
ग्यारह लाख लोगों को
सिर्फ एक दिन में
सुरक्षित शिफ्ट करना।
विकसित नहीं हैं हम
अब भूल कर भी न कहना।
अगर सजग न होता इसरो
और मौसम विभाग हमारा
और NDRF न देता
कुदरत को जबाब करारा।
तो सोचो क्या हाल होता
कैसी कैसी खबरें आज आती।
पूर्व के तमाम तट पर
मानवता आज रोती।
सलाम हमारी इसरो को
और सलाम मौसम विभाग को।
बचाब के काम में लगी हुई
सलाम बहादुर NDRF को।
........ मिलाप सिंह भरमौरी
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