कर्ज माफ़ी
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टीस उठती जरूर सीने में
मगर दर्द इतना भी ज्यादा न होता।
लड लेता परेशानियों से अपनी
खुदकुशी का इरादा न होता।
मेहनती किसान था बहुत वह
शायद अब तक भर भी देता कर्ज सारा ।
अगर कर्ज माफी का कमबख्त झूठा
यह जानलेवा वादा न होता।
------- मिलाप सिंह भरमौरी
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