दहेज में कार
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औकात नहीं है कौडी की
और दहेज में मांगे कार
अरे थोडा भूमि पर रह रे बंधू
जरा नियत अपनी सुधार
माना मिल भी गई गाडी भीख में
तो क्या होगा तेरा हाल
काम धंदा तो है नहीं कोई
फिर तेल के लिए मांगेगा उधार
घर क्या बनवा दिया बाप ने
तेरी तो आँखे छूने लगी आसमान
अरे इसे पेंट नहीं करवा पाएगा
जब पूज्य पिता जी जाएंगे स्वर्ग सिधार
.... मिलाप सिंह भरमौरी
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