Milap Singh Bharmouri

Milap Singh Bharmouri

Sunday, 27 October 2019

प्रदूषण की राजनीति

अच्छे काम का श्रेय

हर कोई लेना चाहता है


मैंने किया मैंने किया


हर कोई कहता है

दो महीने पहले 


बारिश कुछ अच्छी हुई


दिल्ली की हवा 


पहले से कुछ स्वच्छ रही


कोहराम मचा दिया नेताओं ने


मेरे कारण मेरे कारण


प्रदूषण कम हुआ है


हवा स्वच्छ है मेरे कारण

मेरी नीतियां अच्छी है


तभी तो दिल्ली में


साफ हवा बहती है


हंसी आती थी खबरों को सुनकर


हवा की इस राजनीति पर


अरे भाइयों हवा तो


बारिश की वजह से साफ थी


इसमें राजनीति की क्या बात थी

अगर नीतियां अच्छी थी


तो आज प्रदूषण कहां से आया


स्रोत वही हैं प्रदूषण के


जो पहले हुआ करते थे


बस दो महीने पहले


जरा बादल ज्यादा बरसे थे

प्रदूषण कम करना है तो


कुछ गत्ते बनाने की सरकारी फैक्ट्रियां


पंजाब और हरियाणा में लगाओ


लाभ हानि मत देखो मुनाफा


मुफ्त में किसानों की


खेतों से पराली उठाओ


पर्सनल गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाओ


पब्लिक यातायात को


ओर बेहतर बनाओ।

....... मिलाप सिंह भरमौरी 


Tuesday, 23 July 2019

शिक्षा नीति

शिक्षा नीति और अर्थव्यवस्था

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जिस देश के लोगों के पास


करन्सी नोटों के ढेर पड़े हों


फिर भी वे सामान्य प्रयोग की


वस्तुएं नहीं खरीद पा रहे हों


तो समझ लो कि उस देश की


अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है।

उसी प्रकार जिस देश के नागरिकों


के पास स्नातक और स्नातकोत्तर


डिग्रियों के ढेर पड़े हों


लेकिन नोकरी आठवीं पास वाली 


भी नहीं मिल पा रही हो


तो समझ लो उस देश की


शिक्षा नीति चरमरा चुकी है।

...... मिलाप सिंह भरमौरी


Wednesday, 3 July 2019

सरकारी और निजीकरण

सरकारीकरण और निजीकरण

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सरकारी क्या है


क्या आता है यह शब्द सुनकर


आपके जहन में

25 रुपये में 125 किलोमीटर


का सफर


सरकारी है


सरकारी पैसेंजर ट्रेन में।

और निजीकरण


खुद चढ़कर देखना 


कितना किराया लगता है


किसी लाले की


चारपहिया गाड़ी में।

सरकारी क्या है


10 रुपये फीस लगती है


सरकारी स्कूल में


निजीकरण क्या है


हजारों की फीस लगती है


निजी पूंजीपतियों के स्कूल में।

सरकारी क्या है


एक रुपये की पर्ची


सरकारी अस्पताल में


निजीकरण क्या है


पांच सात हजार जेब में न हो


तो कदम भी मत रखना


निजी अस्पताल में।

सरकारी का लक्ष्य है


आम जनता को सुबिधायें देना


और निजीकरण का लक्ष्य होता है


ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना


तो खुद ही बताओ


किसको बढ़ावा देना चाहिए


सरकारीकरण  को या निजीकरण को??

....... मिलाप सिंह भरमौरी


Thursday, 20 June 2019

कुल्लू बस हादसा

सन्दर्भ : कुल्लू बस हादसा


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कल्लू हो या चम्बा

है हर जगह 


एक ही पंगा


सड़कों की हालत है जर्जर


लग रहे हैं लाशों के ढेर 


सड़कों पर मर -मर।

दो दिन तो


हर कोई देता है सान्त्वना


मगर


फिर इंतजार करने लगते हैं


कब होगा नया बड़ा सड़क हादसा।

कब बनेंगी हिमाचल में


विश्व स्तर की सड़कें


कब बनेंगी वर्षों से प्रस्तावित


आवाजाही के लिए वो सुरंगें।


क्या इन नेताओं को


यह सड़कें नजर नहीं आती हैं


उनकी गाड़ियां भी तो यहीं से जाती हैं।

अब हिमाचल में


विकास का एजेंडा बदलना होगा


अब लोगों को


सड़कों और सुरंगों के मसले पर चलना होगा


अब लोगों को


सड़कों और सुरंगों के मसले पर चलना होगा।

बेशक

ऐसी घटनाओँ से 

हर किसी का दिल दुखता है

लेकिन बार बार होती हैं दुर्घटनाएं

अब तो 

सान्त्वना देना भी

औपचारिक सा लगता।

........ मिलाप सिंह भरमौरी।

Monday, 3 June 2019

मकड़ी ओर झाड़ू

कुछ तो कारण रहते थे

जो बुजुर्ग हमसे कहते थे


शाम ढल चुकी है


ईधर आ जा


वक्त ठीक नहीं है यह


तू झाड़ू न लगा।

देखा जाल मकड़ी का घर में


रात को तो


उठा लिया मैंने भी


हाथ में झाड़ू को


सोचा


अभी इसको साफ कर देता हूँ


उठा के मकड़ी को


बाहर फैंक देता हूँ।

फिर अचानक वो बात


याद आ गई


गलत है ये सचमुच


वो थे बिल्कुल सही


कहाँ जाएगी मकड़ी यह रात को


बनाने में जाला


उसने भी की है मेहनत तो।

सुबह निकालूँगा बाहर तो


बना लेगी ओर कहीं घर ये


सिर्फ मकड़ी की ही बात नहीं है


ओर भी कई परजीवी निकलते 


होंगे बाहर झाड़ू से।

........ मिलाप सिंह भरमौरी

Monday, 13 May 2019

वोट का मैसेज

वोट का मैसेज


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किसी राज्य की सीमा

पार करते ही


आ जाता है मोबाइल पर मैसेज


इस राज्य में आपका स्वागत है

ऐ टी एम से रुपये


निकालते ही


मैसेज आ जाता है


इस बैंक के


ऐ टी एम को इस्तेमाल


करने के लिए धन्यवाद

यही प्रक्रिया होती है


बिजली का बिल भरते


नेटबैंकिंग करते


मॉल में या ई शोपिंग करते


ओर भी कई जगह पर


पर यह मैसेज वोट डालने


पर क्यों नहीं आता


अपना कीमती वोट


इस पोलिंग बूथ पर डालने


के लिये आपका धन्यवाद

यह क्यों नहीं हो सकता


सब संभव है


लगभग सभी का वोटर कार्ड


आधार से जुड़ा है


अगर इस तरह का मैसेज आ जाए तो


फर्जी वोट की समस्या भी सुलझ जाएगी


और कुछ नेताओं की


E V M पर शक करने की


कुछ हद तक बीमारी खत्म हो जाएगी।

....... मिलाप सिंह भरमौरी

Friday, 3 May 2019

फोनी तूफान

देखो 

कुदरत के कहर को

आज हमने हरा दिया है।

फोनी तेरे गुस्से को

फन्नी बना दिया है।

ग्यारह लाख लोगों को

सिर्फ एक दिन में

सुरक्षित शिफ्ट करना।

विकसित नहीं हैं हम

अब भूल कर भी न कहना।

अगर सजग न होता इसरो

और मौसम विभाग हमारा

और NDRF न देता

कुदरत को जबाब करारा।

तो सोचो क्या हाल होता

कैसी कैसी खबरें आज आती।

पूर्व के तमाम तट पर

मानवता आज रोती।

सलाम हमारी इसरो को

और सलाम मौसम विभाग को।

बचाब के काम में लगी हुई

सलाम बहादुर NDRF को।

........ मिलाप सिंह भरमौरी


Tuesday, 30 April 2019

मजदूर दिवस

ऐ मजदूर! नमन तुझे

नमन है तेरी माटी को


झेल रहा है सदियों से


पोषितों की बनाई परिपाटी को।

न जमीन का तू मालिक है


न कर्ज तुम्हें मिलता है


न माफ् होता कर्जा तेरा


फिर भी आत्महत्या नहीं करता है

ऐ मजदूर! नमन तुझे


हर गली चौराहे पर मिलता है


काम मिलने की आशा से


चेहरा तेरा खिलता है


धूप में रिक्शा खींचता है


धरती को पसीने से सींचता है।

ऐ मजदूर!


तू ही बनाता है महलों को


अमीरों को उसमें रहने को


तेरे ही सिर से होकर आते


सब ईंट पत्थर सीमेंट के बोरे


पर महल के बन जाते ही


कोई ओर आकर नारियल तोड़े।

ऐ मजदूर!


तू झेलता शोषण ठेकेदारों का


हर माह जो चट कर जाते


मेहनताना तेरा हज़ारों का


जो दस्खत करवाता एक्ट की दिहाड़ी


और देता केबल फूटी कौड़ी।

ऐ मजदूर नमन तुझे।


..….. मिलाप सिंह भरमौरी।


Tuesday, 15 January 2019

धुँध

यह धुँध घोर छछुंदर है
सूरज को रोकने उठती है
फैल के कुछ पल चारों ओर
जोर - जोर से हँसती है।

रोक लिया सूरज को मैंने
देखो सारे जग वालो
आज से मेरा है धरती - अंबर
उजाले की स्मृति मिटा डालो।

लेकिन सच कब मिटता है
झूठ का पर्दा उठ जाता है
तोड़ कुहासे का फाहा - फाहा
सूरज फिर से निकल आता है।

....... मिलाप सिंह भरमौरी

शुभ प्रभात दोस्तों.....