स्वामी लक्ष्मी नारायण जी
जय हो तुम्हारी
विनती सुनते हो
तुम सदा हमारी
दिव्या छठा है
तेरी बहुत प्यारी
उसपे चंबा की
ख़ूबसूरती न्यारी
महिमा तुम्हारी
बहुत ही गहरी
दुःख संकट के
तुम हो प्रहरी
प्रभु सदा मुझे तेरे
चरणों में रखना
भटकूँ कहीं तो
मेरा हाथ पकड़ना
............मिलाप सिंह भरमौरी
best
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