a place for all original hindi kavita of milap singh bharmouri
हम तो लुट जाते हैं बस तेरी इक मुस्कुराहट से
बात कर लो तुम तो पता नहीं क्या हो जाए
वैसे तो पता है कि कितने पानी में है हम
पर तेरी उम्मीद में शायद कुछ हासिल हो जाए
---- मिलाप सिंह भरमौरी
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