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तेरी यादों की खुशबू दिल को मेरे महका जाती है
देखो किस्मत प्यार की वर्षा बिन बादल भी बरसा जाती है
बेशक तेरी आस नहीं है तू मेरे अब पास नहीं है
पर कभी कभी शाम को हिचकी एहसास तेरा दिला जाती है
- - - - - - मिलाप सिंह भरमौरी
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