भूल जा कश्मीर का सपना,,
अबके इस्लामाबाद में तिरंगा फहराऐगें।।
बंगला देश तो रख नहीं पाया
और अब कश्मीर की बात करता है
अरे ओ बडबोले पाकिस्तान
सचमुच मूर्ख और पागल लगता है।
धर्म के आधार पर बना था तू
लेकिन धार्मिक हो नहीं पाया
कितने ही मुस्लमानो का खून
वलोचिस्तान में है तुमने बहाया।
तब कहां गया था मजहब तेरा
जब बंगलादेश की सब्र की सीमा टूटी थी
तेरी इस लूच्ची बुजदिल सेना ने
लाखों मुस्लिम बेटियों की इज्जत लूटी थी
जब अपनी बंदूक निकाल के उसने
ढाका में भारत के चरणों में रख दी थी
तुम नियाजी से कब्र पर जाकर पूछो
कैसे उसने तेरी सारी इज्जत नंगी कर थी।
तेरे यहां कोई दीन धर्म की बात नहीं है
बस नफरत से पाकिस्तान चलता है
तशुदत और जुल्म के मेलजोल से
तुज जैसे देश का संबिधान बनता है।
थोडी सी भी तुझमे अगर अकल बची है
तो तू खुद आकर देख ले भारत में
प्यार से सब मजहब के लोग यहां
कैसे रहते है मिलजुल कर आपस में।
अरे भूल जा तू कश्मीर का सपना
वरना तेरी तकदीर के साथ धौखा होगा
अबके सीधा तिरंगा गढेगा इस्लामाबाद में
सोच न कि दोबारा कोई शिमला समझौता होगा ।
....... मिलाप सिंह भरमौरी