Hindi shayari
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मांगेंगे भीख गली गली तुम
या बन जाओगे फिर चोर डकैत
हर नशा नाश का नाम है
हो शराब चरस सिगरेट या स्मैक
संभल जा दोस्त है वक्त अभी भी
कि उज्जवलता अभी गई नहीं
पर देर हो गई ज्यादा तो फिर
समझ लो यह जीवन हो गया ब्लैक
------- मिलाप सिंह भरमौरी
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