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Hindi shayari ###########
न रहगुजर है न रहनुमा जाने कहां चला हूँ मैं!
इतने गमों से भी टूट न पाया न जाने किससे बना हूँ मैं!!
इक ओर है मेहरूमियां इक ओर बरकते लाजबाव!
जिन्दगी है खाली -खाली फिर भी गमो से भरा हूँ मैं!!
~ milap singh bharmouri ~
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