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Hindi shayari @@@@@@@@
एक ही मजहब के है सब उनके! फिर भी रहता है वहां सदा खिलारा!! कितने ही मजहब के लोग यहां है! फिर भी अद्भुत है अपना भाईचारा!!
~ milap singh bharmouri ~
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