Milap Singh Bharmouri

Milap Singh Bharmouri

Wednesday, 26 February 2014

Shiv - ratri

Shiv - ratri
@@@@@@

शिवा  ने  खोली 
अपनी  झोली
साँप बिच्छू 
सब छोड दिए!!

सर्दी  रानी  भी
बूडी  हुई अब
नाज - नखरे  सब
बेजोड हुए!!

शिवा  के  रंग में
रंगे  हुए है
आज सारे  देवालय
जग के!!

लंगर,  घोटे
और जगराते  से
आज है  सारे
शिवालय चमके!!

भोले  की  धुन - सुन
खो  गई सुद -बुद
सम्सत प्राणी  है
विभोर हुए!!

~ milap singh bharmouri ~

No comments:

Post a Comment