Milap Singh Bharmouri

Milap Singh Bharmouri

Wednesday, 19 February 2014

जुल्फ बरसती नही


हर बार गुजर जाती हो मुझे घायल कर के !
जुल्फ बरसती नही कभी तेरी बादल बनके !!

सित्तमगर तेरे  सित्तम मै कैसे बयान करूं !
छोड़ देती हो मुझे जानिब  तुम माइल कर के !!

दिल में मुमकिन नही तो पांब में ही रख ले !
लिपटा रहूँगा तुमसे मै तेरी पायल बन के !!

जिसे देख के ही इतना खुश हूँ मै  'मिलाप '!
क्या बन जाउंगा उसे फिर हासिल करके !!


               ...............मिलाप सिंह भरमौरी 

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